Sunday, August 14, 2022

मठ्ठा पीने से लाभ ... ‘ तक्र ’ a good drink

                                           नमस्कार देवियों और सज्जनों , मैं पुनः आप सभी लोगों के मध्य “ स्वस्थ भारत...स्वस्थ समाज ” की अवधारणा को नया आयाम देने के उद्देश्य से एक नए स्वास्थ्य विषय  “ मठ्ठा पीने से लाभ ” , को लेकर उपस्थित होते हुए , आप सभी का अभिनंदन करता हूं।

मट्ठे के गुणो का सामान्य परीचय - 

1. लघु 

2. रूक्ष

3. उष्ण वीर्य

4. वात - कफहर

5. ग्राही

मठ्ठा सेवन द्वारा साध्य रोग -

1. #अजीर्ण / Indigestion 

2. #आटोप / Gas in abdomen 

3. #मधुमेह / Diabetes mallitus 

4. #अतिस्थौल्यता / Obesity / Overweight 

5. #मंदाग्नि / Low Appetite 

6. #वातज-कफज रोग

7. #संग्रहणी / Colitis / Ibs

8. #शुष्कार्श / External piles etc.

                               ऊपर बताए गए प्राय: सभी रोगों की तक्र चिकित्सा , आयुर्वेद चिकित्सक की देखरेख में की जाए तो बेहतर
और उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं ।

Contraindications of तक्र सेवन -

                             तक्र सेवन , कुछ विशेष परिस्थितियों में रोगियों द्वारा ग्राह्य नहीं होती हैं , जैसे -

1. चोट लगने पर 

2. कोई जख्म / व्रण होने पर 

3. नाक से खून आने पर

4. रक्तज - पित्तज रोगों में  आदि।

                                     धन्यवाद ।

Note - उपरोक्त लेख , केवल “ स्वास्थ्य जन जागरूकता ” के उद्देश्य से लिखा गया हैं , जिसमें किसी भी प्रकार की निजी अथवा चिकित्सीय त्रुटि हेतु लेखक क्षमा प्रार्थी हैं।


Note - Article पढ़ने के बाद Comments Section में अपने विचार / Views / Comment जरूर लिखें ।














Monday, August 1, 2022

Leech therapy...boon of आयुर्वेद /Dial..08439017594

                                          नमस्कार देवियों और सज्जनों , मैं पुनः आप सभी लोगों के मध्य “ स्वस्थ भारत...स्वस्थ समाज ” की अवधारणा को नया आयाम देने के उद्देश्य से एक नए स्वास्थ्य विषय  “ जलौका रक्तावसेचन चिकित्सा ” , को लेकर उपस्थित होते हुए , आप सभी का अभिनंदन करता हूॅं ।

                                          जिसे हम  LEECH THERAPY  तथा “ जोंक द्वारा पुराने रोगो की चिकित्सा ”  कह सकते हैं । मित्रों आइए जानने की कोशिश करते हैं - LEECHES / जोंक द्वारा कैसे और किन - 2 रोगों की चिकित्सा संभव हैं ?

Diseases in which Leech Therapy helpful.. video link below

https://youtu.be/qfSgj2OCCs4 by साकेत गर्ग/mob. 08439017594

LEECH THERAPY / जलौका चिकित्सा का सामान्य परीचय - 

                                  प्राय: यह देखा गया हैं कि अधिकतर हमारे शारीरिक रोगों के कारण में , वातादि दोषों द्वारा रक्त का दूषित होना एक सामान्य कारण होता हैं । रक्त दूषण की ऐसी अवस्था में रक्त आश्रित वात - पित्त - कफ आदि दोषों को शोधन और शमन चिकित्सा द्वारा नियंत्रित कर सामान्य किया जाता हैं । शमन चिकित्सा , संतुलित आहार - बिहार और औषधि पर आधारित होती हैं , किंतु बहुत बार रोगों में वातादि दोष इतने प्रकुपित हो जाते हैं कि उन्हें शमन चिकित्सा के द्वारा हम सामान्याव्यवस्था में नहीं ला सकते , ऐसी अवस्था में रक्त की शोधन चिकित्सा , कुशल और प्रशिक्षित आयुर्वेद चिकित्सक द्वारा ही दोषों को सामान्य अवस्था में लाया जा सकता हैं । 

                                       प्राचीनतम काल में विश्वमित्र के पुत्र आचार्य सुश्रुत द्वारा लिखित “ सुश्रुत संहिता ” , धनवंतरी संप्रदाय की उत्कृष्ट शल्य विषय आधारित उत्कृष्ठ संहिता हैं । जिसका काल प्राय: दूसरी सदी सुनिश्चित हैं । सुश्रुत संहिता सूत्रस्थान अध्याय 13 में वातादि दोषों द्वारा दूषित रक्त की शोधन चिकित्सा का विस्तृत और अतुलनीय वर्णन किया गया हैं । अतः प्राचीनतम काल से ही हमारे ऋषि मुनियों और आचार्य चिकित्सकों द्वारा जोंक / जलौका / Leech का इस्तेमाल रक्त को शुद्ध करने और उसके उपरांत रोगों की चिकित्सा में किया जाता रहा हैं । 

Complete Leech Therapy ..... Video link below 

https://youtu.be/vXelfGRvhFY

                            जलौकाएं प्राय: संपूर्ण विश्व में मुख्यत: भारतवर्ष में , वर्षा ऋतु के समय , अधिकतर कम गहरे साफ और पथरीली - हरियाली वाली भूमि जैसे झरने , तालाब , कम गहरी नदियां , तराई प्रदेश -  वन आदि में पाई जाती हैं और ये ही जलौका के मुख्य आश्रय स्थान होते हैं । जलौकाएं प्राय: 12 प्रकार की , जिसमें 6 प्रकार सविष और 6 प्रकार निर्विष बताए गए हैं । अतः कुशल आयुर्वेद चिकित्सक के द्वारा ही निर्विष जोंक द्वारा ही रोगों की चिकित्सा करानी चाहिए । मात्र तभी रोगों की जलौका चिकित्सा में उत्तम परिणाम प्राप्त होते हैं ।

जलौका रक्तावसेचन चिकित्सा / Leech Therapy द्वारा साध्य रोग -

1. #Hair fall etc.

2. #Migraine 

3. #Sinusitis

4. #Psoriasis

5. #Eczema

6. #Acne 

7. #Dark pigmentation

8. #Thrombosed piles

9. #Varicose vein

10. #Vericocele

11. #Pain 

12. #Rheumatoid arthritis 

13. #Gout 

14. #Lumbar spondylitis 

15. #Cervical spondylitis  

16. #Hyper cholesterol etc.

                               ऊपर बताए गए प्राय: सभी रोगों की जलौका चिकित्सा , आयुर्वेद चिकित्सक की देखरेख में अगर उत्कृष्ट और सतत चिकित्सा की जाए तो बेहतर और उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं ।

Contraindications of Leech Therapy -

                             जलौका चिकित्सा कुछ विशेष परिस्थितियों में रोगियों द्वारा ग्राह्य नहीं होती हैं , जैसे -

1. Varmiphobia

2. Low platelet count

3. Haemophilia

4. Anemia

5. Low blood pressure 

How leech sucks blood ?.......Video link below 

https://youtube.com/shorts/GlVKhv2AuKs?feature=share # Live presentation by Saket Garg**/mob. 08439017594               

                                     धन्यवाद ।

Note - उपरोक्त लेख , केवल “ स्वास्थ्य जन जागरूकता ” के उद्देश्य से लिखा गया हैं , जिसमें किसी भी प्रकार की निजी अथवा चिकित्सीय त्रुटि हेतु लेखक क्षमा प्रार्थी हैं।


Note - Article पढ़ने के बाद Comments Section में अपने विचार / Views / Comment जरूर लिखें ।














मठ्ठा पीने से लाभ ... ‘ तक्र ’ a good drink

                                            नमस्कार देवियों और सज्जनों , मैं पुनः आप सभी लोगों के मध्य  “ स्वस्थ भारत...स्वस्थ समाज ”  की अव...